किस जादू से बांध रखा है मुझे?
क्या न दे दूं मैं तुम्हे! बोलो क्या चाहिए?
ना जाने ये प्यार कहां से उमड़ रहा है;
मुझे तो तुम्हे नफ़रत से देखना चाहिए!
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
सच में देने को कुछ हाथ नहीं है मेरे;
दुआ न सलाम; मुझ जैसे को टालना चाहिए!
खिलौना जिसे तुम कब का तोड़ चुकी हो;
खास चलता नहीं है अब; क्यों चाहिए?
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
जीना मरना इंसा के वश नहीं,
कोशिश कर ले, चाहे जितना चाहिए।
इस बार साथ बड़े कम वक्त का रहा;
जीवन भर का ही होना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
शुरू से फिर शुरू करेंगे,
शुरू से हिसाब होना चाहिए!
क्यों जाता वो; इस जन्म गर आना होता?
इंतज़ार करना भी क्यों चाहिए?
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
वक्त भी खास कुछ बचा नहीं है;
तुम्हे क्या अब मेरी खाक चाहिए?
खूब पहचान कर भी जो अनजान बने,
उसे कुछ कहना भी नहीं चाहिए।
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
जिसको तुम पाना चाहो;
उसको भी तुम्हे चुनना चाहिए!
अब कभी भी मिलेगा नहीं वो;
फिर भी राह तकते रहना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
नालायक थी तमन्ना मेरी;
शायद उसे धोखा ही खाना चाहिए!
अबके मजबूत डाली पर घोंसला बनाएंगे;
हर तिनका सहेज के रखना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है; होना ही चाहिए!
हर लालच से; अपनी खुदगर्जी से;
सच को छलने से, बचना चाहिए।
इस बार तो तुमसे नहीं ही हुआ;
अपने से सच बोलना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए।
चलो करें फिर कुछ इक वादे ;
बस तुम्हे निभाना आना चाहिए।
अगले किसी जन्म जब फिर मिलेंगे;
तुमको मेरा हाथ पकड़ कर रखना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है होना ही चाहिए!
सुनो भई, मैं कोई लफंगा नहीं हूं;
जिसे ब्लॉक कर ज़लील कर देना चाहिए।
उम्र भर तुम्हे कोई आवाज़ अब न दूंगा;
क्यों, जब तुम्हे ही नही चाहिए....
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए।
चाहत ने बहुत बेआबरू किया है मुझको ;
चाहत को और कितना चाहना चाहिए?
चुपचाप वफ़ा करेंगे पहले के जैसे;
नाकाम शख़्स को यही करना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए।
भूल जाना चाहता हूं मैं सब कुछ ।
उसमें तुम्हे भी शामिल करना चाहिए?
क्या बनूं मैं भी इंसा औरों जैसा;
क्या मुझे भी वादे भूल जाना चाहिए?
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए।
तोहमतें तो मैं तुम्हे बेहिसाब दे दूं;
कोई फायदा भी होना चाहिए।
किस किस बात को रोएंगे हम;
अब ये सब कम करना चाहिए।
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए!
देने को पास तुम्हारे दुनिया थी पूरी;
सारी वैसी जैसी मुझको चाहिए।
इस बार मेरे भाग में क्या क्या आया?
वो बात करनी ही न चाहिए!
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए!
बस ईश्वर तुम्हे हर सुख दे;
हां, भगवन् से ये वरदान तो चाहिए!
आज़ाद नहीं जो आज मैं कुछ दे पाऊं;
हक नही कुछ; जो तुमसे मांगना चाहिए!
अगला जन्म भी होता है, होना ही चाहिए!
चमकती, गुलाबी, सुनहरी रहे दुनिया तुम्हारी;
तुम्हे खुश खुशहाल होना चाहिए।
मन में रोज दीवाली मनती रहे तुम्हारे;
मेरे चिराग को अब बुझ जाना चाहिए!
मेरे चिराग को अब बुझ जाना चाहिए!
अगला जन्म भी होता है न ?