"With Love From Vincent " 80X50 cm . Acrylic on canvas |
बरसों अपनी मौत का मातम किया जो है खुद ही;
अब जो आई मौत किसी ग़मज़दा की कमी नही खली।
माज़ी पे मिट्टी डाल बढ़े, तो मुक़द्दर पे पड़ी मिली ,
बेशुमार थी ,कब्र पे दो मुट्ठी की कमी नही खली।
सायों ने कब साथ दिया है अंधेरों में कभी कहीं ,
बस तो फिर अपने साये की कोई कमी नही खली।
अँधेरों में इंसान दग़ा देता है या साया , खुदा जाने ,
मै तो साया था उजाले का, उस शख्स की कमी नही खली।
अपनी खुदी के सिवा जहाँ में कोई दुश्मन ही नहीं अपना ,
हमने कब तक निभाई, फिर उस बेरूख़ की कमी नही खली।
होशमंद हुए तो झूठ सुना; बोला भी खुद से वही ,
कमोबश कट ही गयी अब,सदाक़त की कमी नही खली।
बेशर्म होना अच्छा रहेगा कि खुदगर्ज़ बनना बेहतर ;
मासूमियत की हद हुई कि अपनी कमअक्ली नहीं खली।
राज़ ये कि ग़लतबयानी में हमने महारत हासिल कर ली ,
गाते हैं, पीते हैं, जितना हो जीते हैं; कमी तुम्हारी नही खली।
Roman script follows :-
Barson apni maut ka matam kiya jo hai khud he;
Ab jo aaye maut kisi gumzada ki kami nahi khali.
Mazee pe mitti dal bade, to muquadder pe padi mili ,
Beshumar thee ,kabr pe do mutthi ki kami nahi khali.
sayon ne kab saath diya hai andheron me kabhi kahin ,
bus to fir apne saye ki koi kami nahi khali.
Andheron me insan daga deta hai ya saya , khuda jane ,
Mai to saya tha ujale ka, us shaks ki kami nahi khali.
Apni khudi ke siwa jahan me koi dushman hi nahi apna ,
humne kab tak nibhai, fir us berukh ki kami nahi khali.
Hoshmand huay to jhooth suna; bola bhi khud se vahi ,
Kamobash kut he gayi ab,sadakat ki kami nahi khali.
Besharm hona accha rahega ki khudgarz bannana behtar ;
Masoomiyat ki had hui ki apni kumakli nahi khali.
Raaz ye ki galatbayani me humne maharat hasil kar lee ,
Gaate hain, peete hain, jitna ho jeete hain; kami tumhari nahi khali.
No comments:
Post a Comment
You are welcome to add a byte to our bark. You can agree, disagree, be critical, humorous or sarcastic. Add information or correct information. We do not have a copy editor so we'll not edit a single word of yours. We however have an in-house butcher who'll entirely cut away any abusive post. Come to think of it, most editors have the finesse of a butcher anyway!