Saturday, May 31, 2025

उससे कहना! USSAY KEHNA!

 

 

 "An old man talking" Etching by Salvatore Rosa

 उससे कहना!

घर के उसका मुझको पता है,

हर इक रास्ता नप रखा है। 

उस दुनिया से चल भी बसा हूं।

जाने क्या मै सोच रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना;

मै बस उसको  ढूंढ रहा हूं।

 

सख्त लफ्ज़ से दूर रहूंगा;

अपना हक पर लेके टलूंगा।

"खुश तो हो तुम"?,

ये सवाल पूछने सदियों से ,

मैं बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना।

 

मेरी दुनिया तुम में थी बस;

वो ही दुनिया लूट लुटाकर,

कब्र पे मेरी ताज बनाकर 

सौदा सस्ता पड़ा कि महंगा?

और फ़ज़ूल की बात बनाने 

मैं बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना। 

 

गली मुहल्ले, चौक के रस्ते,

हर दिन, हर पल जगते सोते;

हर इंसा में, हर पत्थर में; 

हर कांटे को हाथ चुभा कर; 

मै बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना।

 

आदमी शरीफ़ है तो पुल से कूदे!

कन्या राशि का कमबख्त है;

कुछ पल रोया, निकल लिया फिर सब्जी लेने। 

बाकी का आके रो लेगा!

बहुत प्रैक्टिकल है अपना भाई;

अच्छा किया जो जान छुड़ाई। 

इस सब से सहमत होने को 

मैं बस उसको ढूंढ रहा हूं। 

मिले तो उससे लाज़िम कहना।

 

गम को लफ्जों में ढालो तो

जाम ए जहर इक बन जाएगा।

किसी शाम फिर बैठें सामने,

पीने पिलाने, इसी बहाने,

मैं बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उस से लाज़िम कहना।

 

पुनर्जन्म गप्प नही है सारी; 

बस पे चढ़ने न दूंगा इस बारी!

जनम लगें जितने लगने दो; 

थाली भर के, ठूंस के लूंगा!

हां दो ही निवाले नहीं चलेंगे! 

ऐसा ज़रा सा धमकाने को,

मैं बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना।

 

बिसात है क्या दुश्मन की जो दे 

सच्चे दोस्त के बक्से में ही,

बस पहली दूजी  ही तह में;

दगा पड़ा खा मिलेगा! 

भूली कसमें होंगी, टूटा वादा दिखेगा । 

इत्ता ज़रा छिपाना कि

अपने फायदे का फलसफा सिखाने, 

मै बस उसको ढूंढ रहा हूं।

मिले तो उससे लाज़िम कहना।


आखिरी शब को, आखिरी लम्हे;

 कान लगा के गौर से सुनना।

जाते जाते यही कहूंगा;

मै बस उसको ढूंढ रहा हूँ!

उससे कहना! 

उससे कहना!

 






No comments:

Post a Comment

You are welcome to add a byte to our bark. You can agree, disagree, be critical, humorous or sarcastic. Add information or correct information. We do not have a copy editor so we'll not edit a single word of yours. We however have an in-house butcher who'll entirely cut away any abusive post. Come to think of it, most editors have the finesse of a butcher anyway!